राजनीतिक संवाददाता द्वारा
बिहार में मोकामा के बाहुबली अनंत सिंह की एक बार फिर से मुश्किलें बढ़ गई हैं। एमपी/एमएलए कोर्ट ने उन्हें एक अन्य मामले 10 साल की सजा सुनाई है। साल 2015 के इस मामले में पुलिस ने अनंत सिंह के पटना स्थित सरकारी आवास से इंसास राइफल, बुलेट प्रूफ जैकेट और मैगजीन बरामद की थी।
बाहुबली अनंत सिंह पहले से बेउर जेल में बंद हैं और उन्हें हाल ही में एमपी/एमएलए कोर्ट ने हथियार बरामदगी के केस में 10 साल की सजा सुनाई थी। जिसके बाद अनंत सिंह की विधायकी भी छिन गई थी। यह दूसरी बार है जब अनंत सिंह को कोर्ट ने तगड़ा झटका दिया है। बता दें कि यह मामला साल 2015 का है।
जानकारी के मुताबिक, पटना पुलिस साल 2015 में एक हत्या मामले में सर्च वारंट लेकर तत्कालीन जदयू विधायक अनंत सिंह के सरकारी आवास पहुंची थी। पुलिस के साथ डॉग स्क्वाड और एटीएस की टीम भी पहुंची थी। पटना स्थित सरकारी आवास पर घंटो तलाशी अभियान के बाद इंसास राइफल, बुलेट प्रूफ जैकेट और छह खाली मैगजीन बरामद की थी।
उस वक्त पुलिस ने इस मामले में आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। इसी 2015 के मामले में पिछले हफ्ते ही कोर्ट ने अनंत सिंह को दोषी करार दिया था। गौरतलब है कि हाल ही में एमपी/एमएलए कोर्ट ने बाहुबली अनंत सिंह को 10 साल की सजा सुनाई थी। उस मामले में पुलिस ने 16 अगस्त 2019 को अनंत सिंह के लदमा स्थित पुश्तैनी घर पर छापेमारी की थी।
इस छापेमारी में पुलिस ने अनंत सिंह के घर से एक एके-47 के साथ हैंड ग्रेनेड, 26 राउंड गोली और एक मैगजीन बरामद की थी। हालांकि, पुलिस ने बताया था कि अनंत सिंह छापेमारी से पहले भाग निकले थे और उस समय घर पर केवल केयरटेकर सुनीलराम मौजूद था। इस घटना के बाद अनंत सिंह चार दिनों तक फरार रहे थे और फिर दिल्ली की साकेत कोर्ट में सरेंडर किया था।
इस मामले में लगभग 3 सालों तक ट्रायल चलने के बाद एमपी/एमएलए कोर्ट ने अनंत सिंह को दोषी ठहराया और दस साल की सजा सुनाई थी। इसके साथ ही कोर्ट ने मोकामा विधायक के लदमा स्थित घर के केयरटेकर रहे सुनील राम को भी 10 साल की सजा सुनाई थी।